50 हजार के लालच में किया था बच्चों का सौदा, CCTV फुटेज से हुई आरोपियों की पहचान; गिरफ्तार
Two Children were Kidnapped for the Sake of a Son
Two Children were Kidnapped for the Sake of a Son: उत्तर प्रदेश के हापुड़ जिले में कार्तिक पूर्णिमा मेले के दौरान ब्रजघाट से गायब दो बच्चों को मंगलवार सुबह पुलिस ने बरामद कर लिया है, जिन्हें बेचने के लिए ले जाया जा रहा था. मामले में पुलिस ने एक महिला समेत तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है. इन आरोपियों के पास से पुलिस ने एक कार भी बरामद किया है.
मामले में गढ़ के जमींदारान मोहल्ला की रहने वाली अनीता ने 6 नवंबर को ब्रजघाट चौकी पर अपने सात वर्षीय बेटे कार्तिक और आठ वर्षीय धेवते चिराग के लापता होने की तहरीर दी थी. दोनों 5 नवंबर को कार्तिक पूर्णिमा मेले में गए थे. पुलिस ने मेला क्षेत्र के सीसीटीवी फुटेज खंगाले, जिसमें एक व्यक्ति दोनों मासूमों को ले जाता हुआ दिखाई दिया. मामले में पुलिस आरोपी की तलाश कर रही थी.
पुलिस ने आरोपियों को पकड़ा
इस दौरान मंगलवार की सुबह कोतवाली पुलिस स्याना रोड पर गश्त कर रही थी, तभी उन्हें एक संदिग्ध कार दिखाई दी. पुलिस टीम ने कार को रोका, जिसमें एक महिला और दो व्यक्ति सवार थे. इसके बाद जब कार की तलाशी ली गई तो उसके अंदर से पुलिस ने दोनों लापता बच्चे मिले. मामले में पुलिस ने तुरंत महिला समेत तीनों आरोपियों को हिरासत में ले लिया.
कार को किया गया सीज
गिरफ्तार महिला की पहचान बिजनौर के दत्तियाना चांदपुर निवासी गीता के रूप में हुई. बच्चों को खरीदने के लिए तैयार आरोपी का नाम गौतम और कार चालक का नाम मुकेश उर्फ मोनू है. तीनों के खिलाफ अपहरण का मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. बरामद कार को भी सीज कर दिया गया है.
पूछताछ में हुआ खुलासा
मामले में पुलिस ने जब आरोपियों से पूछताछ की तो चौंकाने वाला खुलासा हुआ. पूछताछ में पताचला कि आरोपी गौतम के कोई संतान नहीं थी और वह बेटे की चाहत रखता था. इसके लिए उसने अपने लिए बच्चा लाने को गीता से कहा. गीता पहले ब्रजघाट में रह चुकी थी और क्षेत्र के बारे में जानती थी, इसलिए उसने यहीं से बच्चों का अपहरण कर उन्हें बेचने की साजिश रची.
पूछताछ में यह भी पता चला कि गौतम और गीता तीन दिन पहले भी ब्रजघाट आए थे. उन्होंने बच्चों को खाने-पीने की चीजें और खिलौने देकर उनका भरोसा जीता था. 5 नवंबर को मुकेश कार लेकर आया और घुमाने के बहाने दोनों बच्चों को अगवा कर लिया और मौके से फरार हो गए
सीओ ने दी जानकारी
सीओ स्तुति सिंह ने बताया कि आरोपियों ने तीन दिन तक बच्चों को अपने पास रखकर उनके व्यवहार को समझा और फिर मंगलवार को उन्हें बिजनौर में 50,000 रुपये में बेचने की तैयारी पूरी कर ली थी, लेकिन पुलिस ने उन्हें बीच रास्ते में ही दबोच लिया. बच्चों को उनके परिजनों को सौंप दिया गया है. मामले में तीनों आरोपियों को न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया गया है.